इटावा के इकदिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विरारी गाँव में एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टर का मामला सामने आया है। गांव में परचून दुकान के बगल में एक बंगाली व्यक्ति वर्षों से बिना किसी मेडिकल डिग्री और लाइसेंस के अवैध रूप से क्लीनिक चला रहा है, जिससे स्थानीय लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ति बंगाल या बांग्लादेश का मूल निवासी बताया जा रहा है और लंबे समय से गाँव में इलाज कर रहा है। बीते माह डिप्टी सीएमओ यतेन्द्र राजपूत द्वारा इस अवैध क्लीनिक को सील किया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से वही दुकान खोलकर इलाज शुरू कर दिया गया।
गांववासियों का आरोप है कि यह व्यक्ति गंभीर रोगों तक का इलाज करता है और कई बार उसकी दवाइयों से मरीजों की हालत खराब हो चुकी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से निष्क्रिय नजर आ रहा है।
स्थानीय जनता का सवाल है — यदि पहले सील किया गया था, तो दोबारा वही क्लीनिक कैसे चालू हो गया?
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध क्लीनिक को तत्काल बंद करवाया जाए और आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।