महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा हेतु राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन
प्रशासनिक उपेक्षा के खिलाफ समाजवादी महिला सभा की मुखर आवाज
लखीमपुर खीरी।
विद्यालयों की बदहाल स्थिति, महिला रसोइयों की छंटनी और महिलाओं की शिक्षा व सुरक्षा से जुड़ी ज्वलंत समस्याओं को लेकर समाजवादी महिला सभा ने मोर्चा खोलते हुए महामहिम राज्यपाल को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय रीबू श्रीवास्तव जी के निर्देशानुसार सौंपा गया।ज्ञापन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि वर्तमान सरकार की नीतियाँ गरीब, पिछड़े और दलित समाज की बेटियों के भविष्य के साथ अन्याय कर रही हैं। हज़ारों प्राथमिक विद्यालयों को बंद किया जा रहा है, जिससे न केवल संविधान में निहित समान अवसर और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को ठेस पहुँच रही है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की भावना भी आहत हो रही है।
महिला रसोइयों की छंटनी को लेकर भी चिंता प्रकट की गई और यह मांग की गई कि उनकी सेवाओं को पुनः बहाल किया जाए, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रह सके।इस अवसर पर प्रमुख रूप से आरती जानवर, अंजलि सिंह, विटोला बेगम, राज़दा अली, रानो दीक्षित, उबैद, जुबैदा, पूनम, श्रीदेवी और उषा देवी सहित समाजवादी महिला सभा की कई पदाधिकारी उपस्थित रहीं।कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहीं प्रख्याति खरे, जिला अध्यक्ष महिला सभा, लखीमपुर खीरी ने कहा कि “यह संघर्ष केवल एक ज्ञापन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि जब तक महिलाओं को उनका न्याय और अधिकार नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा।”