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दिव्यांग दंपति का घर ढहाने वाले लेखपाल-राजस्व निरीक्षक निलंबित, बच गए तहसीलदार और एसडीएम

फतेहपुर। सदर तहसील के बरमतपुर गांव में दिव्यांग दंपति का घर ढहाने के मामले में राजस्व विभाग की मनमानी पर आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई कर दी। मामले को दैनिक भास्कर अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह के निर्देश पर लेखपाल आराधना और राजस्व निरीक्षक जितेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया, जबकि नायब तहसीलदार भुरईलाल राठौर को भूलेख कार्यालय से संबद्ध करते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। मामला बिन्दकी विधायक जय कुमार सिंह ‘जैकी’ और भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल के हस्तक्षेप के बाद तूल पकड़ा।

दरअसल, ओमप्रकाश की शिकायत पर गाटा संख्या 36 से अतिक्रमण हटाने पहुंची राजस्व टीम ने गलती से गाटा संख्या 52 पर बने दिव्यांग अनिल का आशियाना ढहा दिया। जांच में सामने आया कि दोनों गाटा सरकारी जमीन पर हैं, लेकिन टीम ने बिना जांच-पड़ताल पीड़ित का घर उजाड़ दिया।

डीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार खागा अरविंद कुमार की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम ने मौके पर जांच कर रिपोर्ट सौंपी। जांच में राजस्व कर्मियों की लापरवाही और मनमानी उजागर होने के बाद कार्रवाई की गई। साथ ही जिलाधिकारी ने पीड़ित को आवास योजना का लाभ दिलाने और उसकी विधवा मां को पेंशन दिलाने के निर्देश भी दिए हैं।

इस बीच, एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत सोमवार 22 जुलाई को दोपहर एक बजे बरमतपुर गांव पहुंचकर मामले की पड़ताल करेंगे। उन्होंने डीएम और एसपी को मौके पर तलब किया है। आयोग के अध्यक्ष के दौरे की सूचना के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है और संकेत मिल रहे हैं कि इस मामले में और अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।

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