डीएम ने की खुरपका-मुँहपका टीकाकरण अभियान की शुरुआत, गोवंशों को खिलाया गुड़-चना, किया पौधरोपण
*एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर, टीमों को वितरित किए वैक्सीन बॉक्स*
लखीमपुर खीरी, 23 जुलाई। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत खुरपका-मुँहपका रोग से बचाव के लिए शुरू हुए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ बुधवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और सीडीओ अभिषेक कुमार ने किया। ओयल देहात स्थित गो आश्रय स्थल पर उन्होंने एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और टीकाकरण टीम को वैक्सीन बॉक्स वितरित किए।
इस मौके पर डीएम व सीडीओ ने खुद टीकाकरण की शुरुआत कराई और अपने समक्ष संरक्षित गोवंशों को टीका लगवाया। इसके बाद उन्होंने गोवंशों को हरा चारा, चना और गुड़ खिलाया। डीएम ने आश्रय स्थल का निरीक्षण करते हुए सफाई, चारे की उपलब्धता और चिकित्सा व्यवस्था की भी पड़ताल की। साथ ही छायादार, फलदार व औषधीय पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। डीएम ने सीवीओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले का कोई भी पशु टीकाकरण से वंचित न रह जाए। अभियान की नियमित व सघन मॉनिटरिंग की जाए, ताकि लक्ष्य के अनुरूप कार्य सुनिश्चित हो सके।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम केवल एक टीकाकरण मुहिम नहीं, बल्कि गोवंशों के स्वास्थ्य, किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की सुरक्षा से जुड़ी बड़ी पहल है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि हर आश्रय स्थल पर समय से टीकाकरण हो, चारे-पानी की कोई कमी न हो और गोवंशों को मानवीय संवेदना के साथ देखा जाए। सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि हर गोवंश तक टीकाकरण पहुंचे, यही हमारी प्राथमिकता है। आश्रय स्थलों की व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
*10.43 लाख पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य, डोर-टू-डोर पहुंचेंगी टीमें : सीवीओ*
सीवीओ डॉ. दिनेश कुमार सचान ने बताया कि इस चरण में 10 लाख 43 हजार 972 गोवंशों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। टीकाकरण कार्य को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए सभी ब्लॉकों पर टीमें गठित की गई हैं, जो डोर-टू-डोर जाकर पशुओं का टीकाकरण करेंगी। अभियान में 15 सचल वाहनों के साथ-साथ 15 एंबुलेंस की भी तैनाती की गई है। कार्यक्रम के दौरान ग्राम प्रधान, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), डिप्टी सीवीओ डॉ हनी सक्सेना, डॉ अरविंद मोहन वर्मा, पशु चिकित्सक डॉ राकेश, डॉ सौरभ सिंगाही, डॉ अनिरुद्ध मौजूद रहे।